Thursday, October 23, 2008

पहला वाक्या

और माँगा जो मैंने उससे हुई तुझे हैरानी

माथे पे तेरे थे कुछ सोचो की कहानी

शायद अजीब था वो पल या अजीब था मैं उस पल

है यह पहले नशा का जाम या सिर्फ़ दो घुट जल

ख्वाइश थी कब से तेरे साथ महसूस हो ऐसा लम्हा

ख़्वाबों का हुमा उड़ रहा है हर तरफ़ हर दफा

शायद तेरे साथ भी हुआ ऐसा पहला वाक्या था ...

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