Thursday, January 8, 2009

आओ मिलके गाये ऐसा गाना

आओ मिलके गाये ऐसा गाना जिसमें खुशी और प्यार की बात हो
…. सरगम एक सुबह की
ऐसी एक सुबह हो, जिसमें हवा एक श्रोत हो, सूरज की ताप एक ज्योत हो
पंछियों की बोलियों में कर्म-कर्त्वायता का गीत हो
मुस्कराती आंखों से देखो हर वो पल एक प्यार का साथ हो
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आओ मिलके गाये ऐसा गाना जिसमें खुशी और प्यार की बात हो
…. सरगम एक कली की
ऐसी एक कली हो जिसकी खुशबू सबको मिले, श्रृंगार का ना, मिसरी में लिपटी आवाज़ हो
ऐसा मन हो छोटो को प्यारा संदेश सुनाये, बडों को समझे वो अंदाज़ हो
ऐसी ही कली जो खुशबू लुटा देयता का सीख बाटे, सही प्रगीती की उसमें आगाज़ हो
ऐसी ही सच्ची प्यार की बात हो और उसके गीत सजे, ना कोई बंधन ना कोई दरवाज़ हो
आओ मिलके गाये ऐसा गाना जिसमें खुशी और प्यार की बात हो

2 comments:

प्रशांत मलिक said...

वाह ! बहुत सुन्दर

Vinay said...

बहुत ख़ूब क़दम बढा है तो आपके साथ हैं..

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चाँद, बादल और शाम